मुखिया (Mukhiya) नंबर -1 बनने का फार्मूला (Work and duties of Panchayat head )

एक पंचायत में एक से ज्यादा ग्राम हो सकते हैं। ग्राम पंचायत का प्रधान को मुखिया ( Mukhiya) कहा जाता है । ” मुखिया के कार्य और कर्तब्य” (Work and duties of Panchayat head) अनेक होते है।इनका कार्य गाँव के विकास और समुदाय की भलाई के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।यह पद एक लोकतंत्रिक प्रक्रिया के तहत पाँच वर्षों के लिए चुना जाता है। झारखंड में कुल 4345 ग्राम पंचायतें हैं।

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Work and duties of Panchayat head

मुखिया के निम्नलिखित कार्य होते है:-

➣अपने पंचायत के ग्रामसभा की बैठक को बुलाने एवं उसकी बैठक की अध्यक्षता करने का दायित्व मुखिया का होता है।

➣मुखिया(Mukhiya) की अनुपस्थिति में उस बैठक की अध्यक्षता सम्बंधित उप मुखिया के द्वारा की जाएगी। उक्त बैठक में मुखिया एवं उपमुखिया यदि दोनों अनुपस्थिति रहते है । ऐसे में सभा की बैठक की अध्यक्षता ग्रामसभा के ऐसे सदस्य द्वारा की जाएगी, जो उक्त बैठक में उपस्थित सदस्यों के सर्वसम्मति से अध्यक्षता करने के लिए नियुक्त किया जाए।

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➣यदि किन्ही कारणों से मुखिया ( Panchayat head) बैठक का आयोजन नहीं कर पाते हैं वैसी स्थिति में प्रखंड विकास पदाधिकारी बैठक का आयोजन करेंगे या उस बैठक के लिए अपने स्थान पर किसी अन्य सरकारी सेवक को भी भेज सकते हैं।

➣सामाजिक और आर्थिक विकास से संबंधित सभी योजनाओं का प्रस्ताव, उसके कार्यान्वयन से पूर्व योजनाओं का सभा से अनुमोदन, अंकेक्षण व लेखाओं पर विचार, गैरमजरुआ भूमि का प्रबंधन, ग्रामसभा की सभी प्रकार के सम्पति की देखभाल करना तथा बुनियादी सुविधा सभी को मिले इसका सुनिश्चित करना एवं सामाजिक चेतना को जागृत करने जैसे महत्वपूर्ण कार्य मुखिया का हैं।

➣मुखिया(Mukhiya) द्वारा आम ग्राम सभा की सालाना बैठक में आय- व्यय का लेखा जोखा , ग्राम पंचायत के वार्षिक बजट और उससे अगले वित्तीय वर्ष के लिए वार्षिक कार्य योजना, जैसे विषयों पर पंचायत में परिचर्चा की जाती है।

” मुखिया के कार्य और कर्तब्य” (Work and duties of Panchayat head) बिना किसी भेदभाव के होने चाहिए।

पंचायत के ग्राम सभा स्तर पर 8 स्थायी समितियाँ गठित किए जाने का प्रावधान है

➣ शिक्षा समिति एवं सामाजिक न्याय समिति
➣ ग्राम विकास समिति
➣ ग्राम रक्षा समिति
➣ सार्वजनिक संपदा समिति
➣ निगरानी समिति
➣ स्वास्थय समिति
➣ आधारभूत संरचना समिति
➣ कृषि समिति

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राशन कार्ड ऐसे बनाए

राशन कार्ड बना है की नहीं उससे जानने के लिए ऐसे online चेक करे :-
1st Step ⫸ आहार झारखंड की वेबसाइट पर जाइए उसकी लिंक ऊपर में दी गई है
2nd Step ⫸ सर्वप्रथम मेनू में जाकर अपने कार्ड की जानकारी राशनकार्ड विवरण पर एक क्लिक कीजिए
3rd Step ⫸ डिस्ट्रिक्ट, ब्लॉक और गाँव सेलेक्ट कर Submit बटन पर क्लिक कीजिए
4th Step इस प्रकार झारखंड राशन कार्ड लिस्ट आपके सामने प्रस्तुत होगा.

मुखिया को ग्राम सभा के लिए प्रपत्र 04 में निर्धारित प्रारूप के अनुसार बैठक की सूचना , उसका स्थान, समय, तिथि एवं बैठक के लिए निर्धारित मुद्दें आदि की जानकारी देना होता है

उसका प्रपत्र निम्न है :-

पंचायत के मुखिया (Work and duties of Panchayat head )के कई सारे कार्य होते हैं, सभी गाँव के विकास व समुदाय की भलाई के लिए अति महत्वपूर्ण होते हैं। उनके कुछ प्रमुख कार्यों का वर्णन निम्न रूप से है:-

➣ पंचायत के मुखिया(Mukhiya) गाँव के विकास में पूर्ण रूप से सहायक होते हैं और वे सारे सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए आवेदन और उस प्रक्रिया में सभी आम जनता की मदद करते हैं।

➣मुखिया पंचायत के सभी बजट का प्रबंधन करते हैं और उसके विभिन्न परियोजनाओं एवं उसके कार्यों के लिए वित्त प्राप्त करने का नियंत्रण रखते हैं।

➣मुखिया पंचायत के सभी ग्रामों के जल, स्वच्छता, और स्वास्थ्य के क्षेत्र में आवश्यकतानुसार उनकी कार्यों को प्राथमिकता देते हैं और उनके विकास के लिए बनाई गई प्रस्ताव को आगे भेजते हैं।

➣मुखिया पंचायत के शैक्षिक उन्नति के लिए , शैक्षणिक वातावरण तैयार करने के कई कदम उठाते हैं, जैसे गाँव में प्राथमिक शिक्षा के लिए सुधार करना और सरकारी प्राथमिक विद्यालय के विकास के लिए योजनाएं बनाना, उसके गतिविधि में शामिल होना , पंचायत में कोई भी बच्चा अनामांकित न रहे, आदि ।

➣पंचायत के सभी गाँव के लोगों के बीच संवाद बनाए रखने का महत्वपूर्ण रोल भी उन्हें ही निभाना पड़ता है ताकि जटिल से जटिल समस्याओं का समाधान सुगमता पूर्वक विणा किसी विवाद के किया जा सके।

सुझाव जो मुखिया को अपने पद का जिम्मेदारी पूर्वक वहन करने में मदद कर सकते हैं:-

➣अपने कर्तव्यों एवं जिम्मेदारियों को अच्छे से समझें।
➣अपने मुखिया पद का उपयोग अपने व्यक्तिगत हितों को साधने व बढ़ावा देने के लिए कदापि न करें।
➣अवैध गतिविधियों को न बढ़ावा दें और न ही उसमे शामिल हों।
➣मुखिया पद की महत्ता और इसकी गरिमा को समझें और इसका उपयोग अपने पंचायत के विकास के कार्यों को करने के लिए तत्परता दिखाएं ।
➣मुखिया को अपने गौरवमयी पद का उपयोग यह सुनिश्चित करने के लिए करना चाहिए कि उनका पंचायत मॉडल पंचायत हो।

मुखिया का आय का स्रोत के उपाय

मुखिया को अपनी पंचायत को नंबर -1 का पंचायत बनाने के लिए और मॉडल पंचायत बनाने के लिए अपने कार्य और कर्तब्य (Work and duties of Panchayat head ) पर खासा फोकस करना होता है ।एक पंचायत के मुखिया जनताओं के सबसे करीब से जुड़े होते है। जनताओं की मुखिया तक पहुंच सभी जनप्रतिनिधियों में सबसे सरल और आसान होती है। सबसे पहले जनताओं की उम्मीद मुखिया से होती है ।यही कारण है की कई बार मुखिया को आय से अधिक व्यय करनी होती है। इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए इन वैध तरीकों से मुखिया पैसा अर्जित करके जनताओं के कल्याणकारी व परोपकारी कार्य कर सकते हैं:-

➣ ग्राम पंचायत के मुखिया कई प्रकार के अनुदान और सरकारी योजनाओं का वितरण करके आय कमा सकते हैं जो वे आम ग्रामवासी को पहुंचाते हैं।

➣ अक्सर कई मुखिया निजी व्यापारिक गतिविधियों में शामिल होते हैं, जैसे कि राशन दुकान, गांव के कृषि उत्पादों की खरीददारी और विपणन, ऐसे ही अन्य व्यवसाय जिसमे उनकी कार्यकुशलता हो उनसे लाभ कमा सकते है ।

➣ ग्राम पंचायत के मुखिया कई सारे सरकारी योजनाओं और विभागों से जुड़कर निजी आय का लाभ ले सकते हैं, उदहारण के तौर पर गाँव की विकास योजनाएं और सरकारी योजनाओं में भाग लेना।

➣ मुखिया अपनी पद के संदर्भ में संविधानिक भूमिका के आधार पर विभिन्न कार्यों के लिए मिलने वाली विभागीय या संविधानिक राशि व वेतन प्राप्त कर सकते हैं।

➣ मुखिया समाज के सबसे निकट रहते है ऐसे में वे सामाजिक कार्यों में शामिल होते रहते हैं। दान, फंडिंग , या अन्य सामाजिक गतिविधियों से लाभ प्राप्त कर सकते हैं और सामाजिक कार्यों में उससे लगा सकते हैं ।