झारखंड में प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों के कई संघ है । उनमे कुछ शिक्षक संघ नियुक्ति के आधार पर संघ का निर्माण किए है । इनमें सबसे उभरता संघ झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ ( jharkhand pragatisheel shikshak sangh -JPSS) है ।
उभरने का मुख्य कारण
इस संघ से जुड़े शिक्षकों की नियुक्ति 2015-16 में हुई थी। इस वर्ष कक्षा 1 से 5 और 6 से 8 के लिए अलग अलग क्रमशः प्राथमिक और मध्य विद्यालय में हुई थी । ये संघ हमेशा अपने काल मे नियुक्त शिक्षकों की उचित मांग सरकार से जोरदार तरीके से करती रही है। यही कारण रहा है कि उस साल के नियुक्ति वाले शिक्षकों में इस संघ की ओर लगाव व विश्वास बना रहा ।
संघ की खासियत
संघ हमेशा शिक्षकों के हित मे कार्य करती है और अपना पक्ष सकारात्मक और तार्किक ढंग से रखती है । ग्रेड 7 में प्रोन्नति के मुद्दों पर इस संघ का स्पष्ट कहना है कि ग्रेड-7 में प्रोन्नति का आधार ग्रेड -4 पाने की तिथि का हो । संघ भूतलक्षी प्रोन्नति का विरोध करती है । ये मुद्दे वर्तमान में न्यायालय में लंबित है । इस संबंध में वर्तमान शिक्षा सचिव केo रविशंकर ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधीक्षक को भूतलक्षी प्रमोशन नही देने का दिशानिर्देश दिया है । संघ का कहना है कि ( jharkhand pragatisheel shikshak sangh -JPSS) सचिव का ये पत्र हमारी उपलब्धियों में से है ।
सचिव के पत्र के अनुसार कक्षा 1से 5 में नियुक्त शिक्षकों को उच्चतर प्राथमिक विद्यालय में प्रोन्नति हेतु शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करना होगा। संघ का मानना है कि ये उपलब्धि भी संघ की दबाव का परिणाम है ।इस निर्देश से 2015-16 में प्राथमिक कक्षा 1 से 5 में नियुक्त शिक्षकों के लिए ग्रेड-4 में प्रोन्नति पाने का मार्ग आसान हुआ।
पिछले माह में संघ ने शिक्षा में गुणवत्ता विषय पर प्रदेश स्तर का एक सेमिनार आयोजित किया था जिसमे मंत्री विधायक को आमंत्रित किया गया था । इस संगोष्ठी में प्रदेश भर के शिक्षकों ने हिस्सा लिया था.
उपलब्धि को अंतिम मुकाम तक पहुचाने के लिए संघ लगातार प्रयासरत है । इस संदर्भ में संघ का जिला इकाई पलामू द्वारा शिक्षा सचिव के निर्देश का पालन करते हुए कक्षा 6 से 8 में स्नातक प्रशिक्षित पर चयन शिक्षकों में जिनकी योग्यता स्नातकोत्तर है उन्हें अतिशीघ्र ग्रेड-7 में प्रोन्नति देने की मांग की है ।