हाथी जिसको गजानन कहा जाता है। हिन्दू धर्मों में बहुत ऊँचा दर्जा हासिल है। इससे देवता एवं गणेश का स्वरूप माना गया है यही कारण है की इनकी पूजा की जाती है। ये बहुत बुद्धिमान और एक सामाजिक प्राणी होते हैं।
हाथी की एक अद्भुत खासियत यह है की उनकी स्मृति बेजोड़ होती है। जिस रास्ते पर एक बार गुजरते है कई वर्षों के बाद भी उसी रास्ते में वो विचरण करते है। बहुत लम्बे समय तक अपने आस-पास के क्षेत्रों को समझते हैं उन्हें परखते है। इसके साथ ही इस विशाल हाथी की अद्भुत सामाजिक और उनकी व्यक्तिगतता क्षमताएँ उन्हें अद्वितीय स्थान प्रदान करती हैं। यही कारण है की इन्हे बुद्धि का प्रतिक माना गया है।
भागवत पुराण के अनुसार नवरात्रि में माँ दुर्गा हाथी में सवार होकर आती है। ये समूह में रहना पसंद करते है। इसके समूह में मुख्यतया हाथिनी और उनके बच्चे होते हैं।जंगल की अंधाधुंध कटाई, खाने की कमी , पतझड़ की वजह ,हाथी दाँत के तस्करी और ताज़ा स्वादिष्ट भोजन की चाहत में हाथी जंगल से गाँव व शहर की ओर अक़्सर रुख करते है।
हाथी से बचाव का 15 सरल उपाय :-
जंगली हाथी को देखकर घबराना नहीं चाहिए, न ही उन्हें भड़काना चाहिए और न ही उसके सामने असभ्य आचरण करना चाहिए। इससे हाथी का उग्र और हिंसक होने की संभावना रहती है। स्वादिष्ट और मन पसंद खाने की चाहत में हाथी कई बार हमारे फसलों को क्षति पहुंचाते है। हमारे घर तक आ जाते है। इससे जान का खतरा होती है। इससे बचाव का सरल उपाय निम्नलिखित है –
- गांवों के अगल-बगल हाथी होने की सूचना पर शराब को घर से दूर रखे। शराब की गंध उन्हें आकर्षित करती है।
- हाथियों का विचरण मार्ग को न रोके और न ही देखने के लिए भीड़ करें।
- पेड़ पर चढ़कर हाथी को न देखें।
- रात में खलिहान में न सोए और न ही धान को ज्यादा दिनों तक इकट्ठा करके रखें।
- महुआ का फूल और फल को घर में न रखें और न ही शराब बनाए। शराब / दारु पीने से बचें।
- अनावश्यक रूप से बम-पटाखों का प्रयोग कदापि न करें। इससे विशेष संकटकाल की स्थिति में ही प्रयोग किया जाए।
- हाथियों को पत्थर गुलेल, तीर-धनुष एवं अन्य औजारों से न मारे।
- हाथियों को जंगल या गाँव के बाहर जाने तक उनका पीछा न करें।
- घर में बुजुर्गों, महिलाओं एवं बच्चों को अकेला न छोड़े।
- खाना खाते समय हाथी को खदेड़ने का प्रयास न करें।
- हाथियों के आसपास होने पर शोरगुल न करें, और न ही मोबाइल का प्रयोग करें।
- खेत, खलिहान में रखा धान -अनाज को इकट्ठा कर घर में रखे।
- भीड़ जमा न होने दें, न ही भीड़ का हिस्सा बनें। हाथियों का दौड़ाने पर भगदड़ मच सकती है।
- जंगल से गुजरने वाली सड़कों और हाथियों के आवागमन के रास्तों पर गाड़ी ध्यान से चलाए।
- लाल रंग के कपड़े या भड़काऊ रंग का वस्त्र पहनकर हाथी देखने से बचें।
- हाथी आने की खबर को आसपास के सभी को अवश्य सूचित करें।
- जंगल से सटे क्षेत्र में खलिहान न बनाएं और जंगल जाने से सावधानी बरतें ।
- घर में लाल मिर्च जलाएँ इसकी तीखी गंध से हाथी भाग जाएंगे।
- वन विभाग के कर्मचारियों को कॉल करके सूचित करें।
सपने में हाथी देखना (Sapne me Hathi Dekhna) का क्या अर्थ है ?
जागते हुए सपने बहुत कोई देखता है लेकिन सोते हुए सपने देखने का बहुत महत्व होता है। सपने शुभ या अशुभ हो सकता है परन्तु सपने में हाथी दिखाई देने का एक विशेष अर्थ होता है। ऐसे सपने को ऐश्वर्य और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। रात को सोते हुए हाथी देखना बेहद बहुत शुभ माना जाता है। इस प्रकार के सपने से घरों में सुख-शांति आने का संकेत माना जाता है।
हाथी का पर्यायवाची शब्द क्या है ?
जिस शब्द के अर्थ में समानता हो अर्थात शब्द अलग अलग हो लेकिन उसका अर्थ एक हो उन्हें ‘पर्यायवाची शब्द’ कहते है। हाथी का पर्यायवाची शब्द है -हस्ती,गज, करीश, कुंजर, दन्ती, द्विरद,कुम्भी, गजेंद्र, गयन्द, करी,व्याल, द्विप, वारण, वितुण्ड, नाग, सिन्धुर,सुरपुत्र, वाजिनीधर, मतंग, मदकल।
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